दिनांक 31 मार्च 2024 को थाना फूलपुर की पुलिस SI विजय कुशवाहा व अन्य 3 पुलिस और 112 नंबर की 2 पुलिस घर जाकर इण्डिगो कार UP65DT8920 अपने कब्जे मैं ले लिए और थाना फूलपुर वाराणसी निरुद्ध हैं |
दिनांक 1 अप्रैल 2024 को अश्वनी कुमार दुबे ने ग्रामीण न्यायलय पिंडरा वाराणसी प्रार्थना पत्र दिया कि उपरोक्त वाहन को किस कारण पुलिस वाले लेकर गये हैं,
उपरोक्त वाहन के चालक गुलाब यादव तथा अरुण कुमार दुबे व अश्वनी कुमार दुबे ने ACP पिंडरा को दिनांक 1 अप्रैल 2024 प्रार्थना पत्र दिये और ऑनलाइन “आई जी आर एस” किये |
जिसके बाद दिनांक 30 मार्च 2024 का समय 3 बजकर 30 मिनट की घटना पर ACP पिंडरा के आदेश पर हुए थाना फूलपुर वाराणसी मैं मुकदमा अपराध संख्या 72/2024 धारा 307,504,506 आईपीसी, के तहत दर्ज हुआ था, यह मुकदमा 2 अप्रैल 2024 को दर्ज हुआ,
SI विजय कुशवाहा बिना किसी आदेश के घर के अंदर घुसे जिससे पुलिस की गरिमा धूमिल हो रही हैं, जो CCTV DVR में सेब हैं |
उपरोक्त मुकदमा की जांच के लिए अधिवक्ता आशुतोष कुमार दुबे जी ने अब तक अनेक प्रार्थना पत्र दिये |
दिनांक 18 मई 2024 को थाना फूलपुर से अश्वनी को नोटिस अन्तर्गत धारा 91 सी आर पी सी के तहत मिलता हैं कि थाना स्थानीय पर पंजीकृत मुकदमा अपराध संख्या 72/24 धारा 279,337,504,506, भादवि से सम्बंधित उपरोक्त वाहन सम्बंधित मुकदमे में थाना स्थानीय पर दाखिल हैं |
वर्तमान समय मैं उपरोक्त मुकदमा कि जांच क्राइम ब्राँच वाराणसी से किया जा रहा हैं |
उपरोक्त मुकदमे में अधिवक्ता आशुतोष कुमार दुबे की बयान पर नजर
पूछताछ के दौरान आशुतोष जी ने कहा की उपरोक्त मुकदमा झूठा हैं जिस दिनांक 30 मार्च 2024 कि घटना बताया जा रहा हैं उस दिन में समय लगभग 9 बजे सुबह घर से डाइवर रामावतर के साथ UP61U9000 फॉर्चूनर से निकला लगभग 10 बजे कचहरी वाराणसी पहुँच गये वहां पर एक न्यायलय से दूसरे न्यायलय गया, कचहरी से लगभग 600 मीटर के रेंज मैं ही था उसके बाद लगभग 3 बजकर 11 मिनट पर अपने चेम्बर मेहता नगर कॉलोनी शिवपुर के लिए निकला डाइवर रामावतार गाड़ी में थे में चेम्बर में गया फ्रेश हुआ अपना काम किये फिर वहां से निकल गए रास्ते में फ़ूड्स खाये जिसका पेमेंट ऑनलाइन से दिया तहसील पिंडरा आया पापा को लिया घर के लिए निकले फिर बाजार फूलपुर में लाइट मैन विक्की मिले मैं रुक कर समान लिए और विक्की के साथ घर आया पापा रामावतार के साथ घर आये |इस दौरान मुझे पिता के नंबर से फ़ोन कॉल, पत्नी के नंबर से कॉल, और भी अन्य नंबर से कॉल आया था जिसका सीडीआर निकाल कर जांच किया जा सकता हैं और मैं CCTV का रिकाडिंग चेम्बर व घर का विवेचक को दिया जा चूका हैं जिसका जांच विवेचक कर रहे हैं|
आशुतोष कुमार दुबे जी ने SI विजय कुशवाहा व अन्य अधिकारीगण को दिनांक 30 मार्च 2024 से दिनांक 3 अप्रैल 2024 तक का विजय पाण्डेय के घर का, तहसील पिंडरा, थाना फूलपुर, हॉस्पिटल गंगापुर व पिंडरा, CCTV कैमरा का रिकॉर्ड सेव के लिए प्रार्थना पत्र दिया था | जिसका विवरण यह हैं –
छोटा सा क्लिप जीस व्यक्ति का एक्सीडेंट होना बताया जा रहा था वह कचहरी में गुम रहा हैं |
डाइवर गुलाब यादव ने घर से लगभग 10 बजे गाड़ी को लेकर जाते समय का फोटो
डाइवर गुलाब यादव ने घर पर लगभग 4 बजे गाड़ी को लेकर आते समय का फोटो
तहसील पिंडरा बार के अधिवक्तागण ने दिया था ACP पिंडरा व SDM पिंडरा को ज्ञापन पत्र
अधिवक्ता आशुतोष कुमार दुबे जी का दावा
आशुतोष कुमार दुबे जी का कहना हैं की में रविन्द्र कुमार पाण्डेय के खिलाफ थाना फूलपुर वाराणसी में मुकदमा अपराध संख्या 131/2023 धारा 147,352,504,506,420आईपीसी दर्ज कराया हैं जो माननीय न्यायालय ACJM 4TH वाराणसी में गवाहो के बयान के लिए लंबित हैं | पिता अरुण कुमार दुबे न्यायलय सिविल जज हवाली वाराणसी में 862/2023 व पिंडरा तहसील में 6566/2023 लंबित हैं | जमीन पर कब्ज़ा करने के उद्देश्य से विजय कुमार पाण्डेय व रविन्द्र कुमार पाण्डेय ने झूठा मुकदमा 72/2024 दर्ज करवाये हैं जो चलने योग ही नहीं हैं बस इसकी जांच निम्न प्रकार से होना चाहिए जिसका ध्यान देना बहुत जरुरी हैं-
- क्या सीडीआर लोकेशन के मुताबिक विवेचना हो रहा हैं |
- आखिर क्यों अब तक पिंडरा के अधिवक्ता महोदय का बयान नहीं लिया गया जबकि हनुमान मंदिर में हो रहे पुजा पाट में अरुण दुबे थे समलित |
- आखिर क्यों जिस मोटर में एक्सीडेंट होना वताया गया उसका विवरण क्यों नहीं दिया गया था |
- मुकदमा दर्ज होने के पहले गाड़ी को कब्ज़े में क्यों लिए |
- क्या गाड़ी ले जाने के बाद एक्सीडेंट का कहानि बनाई गई हैं |
- गंगा पुर हॉस्पिटल मैं दवाई लेने के बाद वहां से मेडिकल न करा कर पिंडरा से क्यों कराये |
- आखिर क्यों दो दिन बाद मुकदमा दर्ज हुआ |
- आखिर बार बार कहने के वावजूद 30 मार्च 2024 से 3 अप्रैल 2024 तक का cctv कैमरा का रिकॉडिंग विवेचना अधिकारी क्यों नहीं लिए |
- क्या ACP पिंडरा ने मुकदमा दर्ज करने के लिए मोटी रकम लिए हैं या गुमराह हुए हैं या किसी मंत्री के फोन पर मुकदमा दर्ज हुआ हैं |
- क्या कॉल हिस्ट्री सबका निकलना जरुरी हैं या नहीं |
- क्या जो गाड़ी से एक्सीडेंट मैं यूज़ हुआ हैं, वह विजय पाण्डेय व लोगों ने उपरोक्त गाड़ी से मिलता जुलता था |
- क्या रविंद्र कुमार पांडेय ने जमीन पर कब्जा करने के लिए ही झूठा मुकदमा किए हैं|
- क्या क्राइम ब्रांच वाराणसी के विवेचना अधिकारी सही जांच करेंगे |
- क्या उपरोक्त मुकदमे मैं नरको टेस्ट होना चाहिए |
- क्या उपरोक्त मुकदमा CBI से होना चाहिए |
निवेदन
श्रीमान जी से विन्रम निवेदन हैं कि उपरोक्त मुकदमा का जांच सत्यता पूवक किया जाये |
आशुतोष कुमार दुबे
कानूनी सलाहकार
“उत्तर प्रदेश अपराध निरोधक समिति” वाराणसी